
मुंगेली । गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर जिले में शैक्षणिक और सामाजिक चेतना का अनूठा संगम देखने को मिला। समग्र शिक्षा अभियान रायपुर, राज्य कार्यालय के निर्देशानुसार तथा आदरणीय कलेक्टर महोदय एवं जिला शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में “एक पौधा मां के नाम” अभियान को व्यापक रूप से सफल बनाया गया। मुंगेली विकासखंड के सभी 43 संकुलों की अधीनस्थ प्राथमिक व माध्यमिक शालाओं में आज दिनांक 9 जुलाई 2025 को यह अभियान एक महापर्व के रूप में मनाया गया।
अभियान का उद्देश्य : इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता फैलाना है। साथ ही छात्रों के जीवन में उनके प्रथम गुरु ‘मां’ के प्रति सम्मान, कृतज्ञता और भावनात्मक जुड़ाव को प्रकट करना भी इसका प्रमुख उद्देश्य रहा।
मातृ सम्मान और सहभागिता का अनुपम उदाहरण : कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि सभी स्कूलों में विद्यार्थियों की माताओं को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। माता उन्मुखीकरण कार्यक्रम के तहत माताओं को स्कूल शिक्षा, बच्चों की पढ़ाई, पोषण, नैतिक विकास और शैक्षणिक वातावरण को लेकर जागरूक किया गया। इसके बाद, सभी स्कूलों में “एक पौधा मां के नाम” कार्यक्रम के अंतर्गत माताओं ने अपने बच्चों के साथ मिलकर पौधारोपण किया, जिससे यह आयोजन मातृ वंदन और प्रकृति प्रेम का सुंदर संगम बन गया।
ऑनलाइन दस्तावेजीकरण : कार्यक्रम समाप्ति उपरांत सभी स्कूलों ने शासन द्वारा प्रदत्त लिंक पर पौधारोपण की फोटो और प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपलोड किए। इससे अभियान की पारदर्शिता बनी रही और राज्य स्तर पर इसकी निगरानी भी सुनिश्चित हुई।
सभी का उत्साहजनक सहयोग : इस कार्यक्रम में संकुल समन्वयकों, प्रधानपाठकों, शिक्षकों, पालकों व छात्रों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी निभाई। हर विद्यालय में बच्चों ने अपनी मां के नाम एक-एक पौधा रोपकर पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रतिभा मंडलोई ने कहा कि : “गुरु पूर्णिमा पर आयोजित यह अभियान शिक्षा, पर्यावरण और मातृत्व को जोड़ने वाला एक प्रेरक प्रयास रहा। माताओं की उपस्थिति ने बच्चों को भावनात्मक संबल दिया और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का भाव भी जगाया। हमें खुशी है कि मुंगेली विकासखंड की सभी शालाओं ने इसमें सक्रिय भाग लिया।”
“एक पौधा मां के नाम” जैसे अभियान समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है। यह कार्यक्रम भावनात्मक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय दृष्टि से अत्यंत समृद्ध रहा।